कोकिल वायस एक सम, पण्डित मुरख एक | इन्द्रायम दाडिम विषय, जहां न नेक विवेक || सितंबर 03, 2023 New Post »
मानव जिस ओर गया नगर बसे तीर्थ बने तुमसे है कौन बड़ा गगन सिन्धु मित्र बने भूमा का भोगो सुख, नदियों का सोम पियो त्यागो सब जीर्ण बसंत नूतन के संग-संग चलते चलो । अगस्त 26, 2023 New Post »